मौखिक इतिहास उतना ही प्रतिरोध का कार्य है जितना कि लोगों के इतिहास को संग्रहीत करने का एक साधन।
किसकी और कैसी स्मृतियों को संयोजित, संरक्षित, प्रसारित व दोहराया जाता है, यह अपने-आप में राजनीति है।
यह वेबसाइट पश्चिमी भारत की नर्मदा नदी पर बनाए जा रहे विशालकाय बांध, सरदार सरोवर परियोजना (एसएसपी) के खिलाफ सामूहिक प्रतिरोध के जन इतिहास को लोगों तक पहुंचाने की एक कोशिश है। एसएसपी के कारण, आदिवासी और प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर अन्य समुदायों के लगभग 250000 लोग विस्थापित होने वाले हैं और करीबन इतने ही लोग परियोजना आधारिक संरचना के कारण विपरीत रूप से प्रभावित होने वाले हैं।