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लढा नर्मदेचा (नर्मदा का संघर्ष)

लढा नर्मदेचा, नंदिनी ओझा की नर्मदा बचाओ आंदोलन के दो आदिवासी नेता – केशव (भाउ) वसावे और केवलसिंग वसावे – के मौखिक इतिहास पर आधारित पुस्तक राजहंस प्रकाशन, पुणे द्वारा मराठी में 2017 में प्रकाशित की गयी थी। मौखिक इतिहास पर आधारित इस पुस्तक में नर्मदा बचाओ आंदोलन के दो वरिष्ठ कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ किये गए साक्षात्कारों को शामिल किया गया है। मौखिक विवरणों को सही संदर्भ में प्रस्तुत करने के उद्देश्य से पुस्तक में व्यापक स्तर पर फुटनोट उपलब्ध कराए गए हैं। यह फुटनोट केशवभाऊ और केवलसिंग द्वारा दिए गए घटनाओं, लोगों और कार्यक्रमों के ब्यौरे की पुष्टि करने और उनसे जुड़ी अतिरिक्त जानकारी उपलब्ध कराने का काम करते हैं।

लढा नर्मदेचा, 2017 में प्रकाशन के तुरंत बाद एक लोकप्रिय मराठी पोर्टल की सबसे ज़्यादा खरीदी जाने वाली पुस्तकों की सूचि में पहले स्थान पर थी। लढा नर्मदेचा का  दूसरा संस्करण जुलाई 2021 में प्रकाशित किया गया है। यह किताब का  डिजिटल – ईबुक संस्करण भी जुलाई 2021 में जारी किया गया है, जो राजहंस प्रकाशन के APP के माध्यम से उपलब्ध है।

लढा नर्मदेचा की निम्नलिखित द्वारा समीक्षा और चर्चा की गयी:-

डॉ अच्युत गोडबोले द्वारा प्रस्तुत पुस्तक और सुश्री अपर्णा जोग द्वारा पढ़े गए अंश (12 मिनट की क्लिप):

राजहंस प्रकाशन | सफर ‘राजहंसी’ पुस्तकांची | लढा नर्मदेचा | लेखिका – नंदिनी ओझा – YouTube

https://www.aksharnama.com/client/article_detail/1074

http://www.saamana.com/book-review-of-ladha-narmadecha/

http://www.saptahiksakal.com/sakal-saptahik-bookshelf-rohit-harip-marathi-article-985

https://m.dailyhunt.in/news/india/marathi/aksharnama-epaper-aksharna/aamhi+ladhanare+lok+aahe+akheraparyant+ladhu+pan+aamhi+milavu-newsid-70944391

आप लढा नर्मदेचा को यहाँ से खरीद सकते हैं:

https://www.rajhansprakashan.com/product/ladha-narmadecha/Ladha Narmadecha – राजहंस प्रकाशन (rajhansprakashan.com)

For e-book: https://play.google.com/store/apps/details?id=com.rajhansprakashan.app

https://www.booksnama.com/client/book_detailed_view/3746

https://www.bookganga.com/eBooks/Books/Details/5635892871413182014

अन्य

  • लढा नर्मदेचा का अंग्रेजी अनुवाद किया जाएगा और इसे अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध कराया जाएगा – इस पर कार्य जारी है।
  • नर्मदा संघर्ष के मौखिक इतिहास पर आधारित आने वाली दूसरी पुस्तक श्री गिरीषभाई पटेल के साथ किये गए साक्षातकारों पर आधारित है जो आज़ादी से लेकर 2017 तक गुजरात के सामाजिक-राजनीतिक और विकासात्मक इतिहास का विश्लेषण करती है और इसमें सरदार सरोवर-नर्मदा परियोजना को गुजरात के विकास मॉडल को केंद्र में रखा गया है।