गिरधर (गुरूजी) पावरा

सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित गाँव: माल

पुनर्वास स्थल वडछिल / शोभानगर, महाराष्ट्र

इस क्लिप में सरदार सरोवर बांध में डूब चुके नर्मदा घाटी के जंगलों में पाए जाने वाले पारंपरिक पेड़ों की किस्मों की सूची बताई गई है। सिर्फ इस अकेले बांध की वजह से तेरह हज़ार हेक्टेयर के जंगल डुबो दिए गए!

यह सूची गिरधर गुरुजी द्वारा है, जो नर्मदा जीवन-शालाओं के संस्थापक और नर्मदा बचाओ आंदोलन के अग्रणी आदिवासी नेता रह चुके हैं। अथाह ज्ञान और कौशल के धनी गिरधर गुरुजी, एक समय सभी जीवन-शालाओं की देखरेख की ज़िम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। एक अध्यापक के रूप में लोगों के दिलों में उनके प्रति इतना आदर-सम्मान है कि दूर-दराज़ के गाँवों में भी उन्हें गिरधर गुरूजी के नाम से ही जाना जाता है।    

गिरधर गुरुजी चाहते थे कि नर्मदा जीवशालाओं के बच्चे सरदार सरोवर बांध से डूबे नर्मदा घाटी के जंगलों व पारंपरिक पेड़ों के बारे में जानें। यह महत्वपूर्ण है कि नर्मदा घाटी में कभी खड़े पेड़ों का रिकॉर्ड हो क्योंकि या तो उन्हें डूबने से पहले ही काट दिए गए हैं या फिर सरदार सरोवर बांध के कारण वे डूब गए हैं ।

खतम हो चुके पेड़ों की यह सूची और लोगों का यह महत्वपूर्ण ज्ञान बना रहे क्योंकि एसएसपी से प्रभावित होने वाले पेड़,वनस्पतियों और जीवों का अध्ययन सरकार ने कभी ठीक से किया ही नहीं।

गिरधर (गुरूजी) पावरा, पुनर्वास स्थल वडछिल/शोभानगर, महाराष्ट्र, फोटो क्रेडिट: रोहित जैन

साक्षात्कार अवधि:
0:01:32

भाषा: मराठी, पावरी और अंग्रेज़ी सबटाइटल के साथ 

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