वरिष्ठ वकील और नर्मदा बचाओ आंदोलन के समर्थन समूह के वरिष्ठ सदस्य, इंदौर, मध्य प्रदेश (म. प्र.)
अनिलभाई, एक वरिष्ठ वकील और मध्य प्रदेश के एक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं जो नर्मदा बचाओ आंदोलन के समर्थन समूह के, इसकी स्थापना से ही सदस्य रहे हैं।
अनिलभाई मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहे हैं, चाहे आपातकाल के दौरान जेल जाना हो या 1970 के दशक में जनता पार्टी से चुनाव लड़ना या हाल ही में आम आदमी पार्टी से। अनिलभाई के पिता, स्वर्गीय काशिनाथ (जी) त्रिवेदी, एक वरिष्ठ गांधीवादी और स्वतंत्रता सेनानी और भारत को आज़ादी मिलने के बाद मध्य भारत (अब मध्य प्रदेश का एक हिस्सा) सरकार के पहले शिक्षा मंत्री थे। काशिनाथ (जी) 1980 के दशक में मध्य प्रदेश में उभरने वाली नर्मदा घाटी नवनिर्माण समिति के संस्थापक सदस्य थे, जिसने नर्मदा पर प्रस्तावित बड़े बांधों पर व्यापक स्तर पर सवाल खड़े किये।
अनिलभाई का साक्षात्कार इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वे 1970 और 1980 के दशक में मध्य प्रदेश के राजनीतिक घटनाओं और नर्मदा संघर्ष के शुरुआती इतिहास को एक गवाह और एक सहभागी दोनों के रूप में बयां करते हैं। यह साक्षात्कार, 1970 और 1980 के दशकों में, जब बांधों को आधुनिक भारत के मंदिर माना जाता था, उस वक़्त निमाड़ बचाओ आंदोलन और नर्मदा घाटी नवनिर्माण समिति के रूप में नर्मदा पर बड़े बांधों के खिलाफ संघर्ष के उदय की ज़रूरी पृष्ठभूमि को समझने में हमारी मदद करता है। इसके साथ-साथ, इसमें इन आंदोलनों के गहरे विवरण, नर्मदा घाटी में बांध-विरोधी आंदोलन के इतिहास और निमाड़ बचाओ आंदोलन तथा नर्मदा घाटी नवनिर्माण समिति में सक्रीय मुख्य व्यक्तियों के बारे में भी चर्चा की गई है।
साक्षात्कार की अवधी: 01:27:41
भाषा: मूल आवाज़ हिंदी में, सबटाइटल्स अंग्रेजी में
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