डूब प्रभावित गांव जलसिंधी, अलीराजपुर, मध्य प्रदेश
पेरवी खेडुत मजदूर चेतना संगठ और नर्मदा बचाओ आंदोलन की एक वरिष्ठ आदिवासी नेता थी। जिन्होंने सरदार सरोवर बांध के चढ़ते पानी का कई बार निडरता से सामना किया और नर्मदा किनारे बसे अपने खूबसूरत गाँव जालसिंधी छोड़ कर जाने से इनकार कर दिया।
पेरवी का घर और उनकी उपजाऊ कृषि भूमि बांध में जलमग्न हो गए लेकिन उन्होंने अपनी आखरी सांस तक पूरी ताकत से सरकार के इस फैसले के खिलाफ संघर्ष जारी रखते हुए जालसिंधी नहीं छोड़ा। आंदोलन की इस प्रभावी महिला वक्ता और नेता के साथ किये गये जिस साक्षात्कार से यह छोटी क्लिप ली गई है, उसमें पेरवी मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में आने वाले डूब के गांवों के नज़रिये से नर्मदा आंदोलन का इतिहास और इस बांध के, लोगों के जीवन और पर्यावरण पर होने वाले प्रभावों को बयां करती हैं।
यहां, इस छोटी क्लिप में पेरवी सरदार सरोवर बांध द्वारा हुए विनाश और इसके नर्मदा नदी पर हुए प्रभाव के बारे में चर्चा करते हुए कहती हैं कि बांध ने नर्मदा नदी का गला घोट दिया है। वह बांध के नदी, जंगलों, जानवरों और लोगों पर हुए प्रभाव की चर्चा भी करती हैं।
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